एक युवा इञ्जियरिङ्ग के डिग्री प्राप्त करके नोकरी खोजना सुरु किया और सबसे पहले वह उस कम्पनी मे आबेदन दिया जहा काम सिक्ने और जान्ने का अच्छा मौका मिल्ने के आशा था। संयोग बस उस कम्पनी मे केवल एक typist क स्थान खाली था। युवा तुरन्त हा बोल्दीय और चार दिन के बाद आने का बचन दे कर चले गए।
चार दिन बाद जब वो कम्पनी मे काम सम्हाला तब manager पुछा -" आप तत्काल काम करने के लिए चाहते थे ,लेकिन चार दिन आप क्यू बर्बाद किए ?"
युवा बोला -"हमको ताइप करना अच्चेसे नही आता था ,इसलिए चार दिन मे मै ताइप का अच्छेसे अभ्यास किया और अब हमे पुरा बिस्वाश है की ये काम करने के लिए मै हरेक प्रकार से सक्षम हु। "
जिम्मेवारी का काम तन मन और लगन से करने की आदत के कारण वो युवा अन्तत : संयुक्त राज्य अमेरिकाका सर्बोच्च पद मे पहुच गया।
वो युवा थे अमेरिका क ३१ औ राष्ट्रपति हर्बर्ट क्लार्क।
चार दिन बाद जब वो कम्पनी मे काम सम्हाला तब manager पुछा -" आप तत्काल काम करने के लिए चाहते थे ,लेकिन चार दिन आप क्यू बर्बाद किए ?"
युवा बोला -"हमको ताइप करना अच्चेसे नही आता था ,इसलिए चार दिन मे मै ताइप का अच्छेसे अभ्यास किया और अब हमे पुरा बिस्वाश है की ये काम करने के लिए मै हरेक प्रकार से सक्षम हु। "
जिम्मेवारी का काम तन मन और लगन से करने की आदत के कारण वो युवा अन्तत : संयुक्त राज्य अमेरिकाका सर्बोच्च पद मे पहुच गया।
वो युवा थे अमेरिका क ३१ औ राष्ट्रपति हर्बर्ट क्लार्क।