Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 1
आचरण रहित विचार,
कितने भी अच्छे क्यों न हो, उन्हें खोटे-मोती की तरह समझना चाहिए।
केवल प्रसन्नता
ही एकमात्र इत्र है, जिसे आप दुसरो पर
छिड़के तो उसकी कुछ बुँदे अवश्य ही आप पर भी पड़ जाती है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 3
आँख के बदले में
आँख, पूरे विश्व को अँधा बना
देगी।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 4
जो समय की बचत
करते हैं, वे धन की बचत करते हैं और
बचाया हुआ धन, कमाएं हुए धन के
बराबर है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 5
ईश्वर न तो काबा
में है और न ही काशी में है, वह तो हर घर-घर
में व्याप्त है, हर दिल में मौजूद
है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 6
क्षणभर भी काम के
बिना रहना चोरी समझो। मैं दूसरा कोई रास्ता भीतरी या बाहरी आनन्द का नहीं जानता।
पहले वो आप पर
ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर
हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे,
और तब आप जीत जायेंगे।
निःशस्त्र अहिंसा
की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वश्रेष्ठ होगी।
व्यक्ति की पहचान
उसके कपड़ों से नहीं की जाती है अपितु उसके चरित्र से की जाती है।
क्रूरता का उत्तर,
क्रूरता से देने का अर्थ अपने नैतिक व बौद्धिक
पतन को स्वीकार करना है।
ख़ुशी तब मिलेगी
जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और
जो करते हैं, ये तीनो ही
सामंजस्य में हों।
सही और गलत के
मध्य भेद करने की क्षमता ही है जो हम सभी को पशु से भिन्न करती है। यह एकमात्र
वस्तु, हम सभी में समान रूप से
विद्यमान है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 13
मौन रहना सबसे
सशक्त भाषण है, धीरे-धीरे दुनिया
आपको सुनेगी।
कमजोर कभी माफ
नहीं कर सकते हैं। माफ करना तो ताकतवर की विशेषता है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 15
सुखद जीवन का भेद
त्याग पर आधारित है। त्याग ही जीवन है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 16
सच्चे कवि तो वे
माने जाते हैं, जो मृत्यु में
जीवन और जीवन में मृत्यु देख सके।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 17
विश्वास करना एक
गुण है, अविश्वास दुर्बलता की
जननी है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 18
क्रोध एक प्रचंड
अग्नि है, जो मनुष्य इस अग्नि को वश
में कर सकता है, वह उसको बुझा
देगा। जो मनुष्य इस अग्नि को वश में नहीं कर सकता, वह स्वयं ही अपने आप को उस अग्नि में जला लेगा।
उफनते तूफ़ान को
मात देना है, तो अधिक जोखिम
उठाते हुए हमें पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़ना होगा।
सभी छुपे दोषों
का उपाय ढूढना कठिन होता है।
अपने दोष हम
देखना नहीं चाहते, दूसरों के देखने
में हमें मजा आता है। बहुत सारे दु:ख तो इसी आदत से पैदा होते हैं।
जो चीच विकार को
मिटा सके, राग-द्वेष को कम कर सके,
जिस चीच के उपयोग से मन सूली पर चढ़ते समय भी
सत्य पर डटा रहे, वही धर्म की
शिक्षा है।
संपूर्ण विश्व का
इतिहास उन व्यक्तियों के उदाहरणों से भरा पडा है जो अपने आत्म-विश्वास, साहस तथा दृढता की शक्ति से नेतृत्व के शिखर पर
पहुँचे हैं।
जिनमे नम्रता
नहीं आती, वे विधा का पूरा सदुपयोग
नहीं कर सकते। नम्रता का अर्थ है अहंभाव का आत्यंतिक क्षय।
सत्य, बिना जन समर्थन के भी खड़ा रहता है क्योंकि
सत्य आत्मनिर्भर है।
पाप करने का अर्थ
यह नहीं कि जब वह आचरण में आ जाए, तब ही उसकी गिनती
पाप में हुई। पाप तो जब हमारी दृष्टि में आ गया, विचार में आ गया, तो वह हमसे हो गया।
जिस मनुष्य को
अपने मनुष्यत्व का भान है, उसे ईश्वर के
सिवाय और किसी से भय नहीं लगता।
हमारा जीवन सत्य
का एक लंबा अनुसंधान है और इसकी पूर्णता के लिए आत्मा की शांति आवश्यक है।
भगवान ने मनुष्य
को अपने ही समान बनाया, लेकिन
दुर्भाग्यवश इन्सान ने भगवान को अपने जैसा बना डाला।
पुस्तके मन के
लिए साबुन का कार्य करती है।
मोन रहना सर्वोत्तम
भाषण है। अगर बोलना ही है तो कम से कम बोलो। एक शब्द से काम चल जाए, तो दो शब्द बोलने की आवश्यकता नहीं है।
सत्य कभी ऐसे
कारणों को क्षति नहीं पहुंचाता, जो उचित हो।
वीरता मरने में
नहीं है, मारने में है।
वही राष्ट्र
सच्चा लोकतन्त्रात्मक है, जो अपने कार्यो
को बिना हस्तक्षेप के सुचारू और सक्रिय रूप से चलाता है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 35
सदाचार और निर्मल
जीवन सच्ची शिक्षा के आधार है।
किसी भी
स्वाभिमानी व्यक्ति के लिए सोने की बेडियां, लोहे की बेडियों से कम कठोर नहीं होती है। चुभन धातु में
नहीं वरन् बेडियों में ही होती है।
प्रार्थना,
नम्रता की पुकार है, आत्म शुद्धि का, और आत्म-अवलोकन का आवाहन है।
विश्वास को हमेशा
तर्क से तौलना चाहिए। जब विश्वास अँधा हो जाता है तो मर जाता है।
अधभूखे राष्ट्र
के पास न तो कोई धर्म हो सकता है, न कोई कला हो
सकती है और न ही कोई संगठन हो सकता है।
परमेश्वर ही सत्य
है; यह कहने के बजाय ‘सत्य ही परमेश्वर है’ कहना अधिक उपयुक्त है।
वास्तविक सोदर्य
ह्रदय की पवित्रता में है।
मेरा धर्म सत्य
और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है और अहिंसा उसे पाने का साधन।
ज्ञान का अंतिम
लक्ष्य चरित्र-निर्माण होना चाहिए।
मनुष्य को अपनी
और खिचनेवाला यदि जगत में कोई असली चुम्बक है, तो वह केवल प्रेम है।
नारी को अबला
कहना अपमानजनक है। यह पुरुषों का नारी के प्रति अन्याय है।
मेरा जीवन ही
मेरा सन्देश है।
यदि आपको अपने
उद्देश्य और साधन तथा ईश्वर में आस्था है तो सूर्य की तपिश भी शीतलता प्रदान
करेगी।
शक्ति दो प्रकार
की होती है। एक दंड के डर पैदा होती है और दूसरी प्रेम भरे कार्यो से, लेकिन प्रेम पर आधारित शक्ति, सजा के डर से उत्पन्न शक्ति से एक हजार गुना
अधिक प्रभावी और स्थाई होती है।
डर शरीर का रोग
नहीं है यह आत्मा को मारता है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 49
ईमानदार मतभेद आम
तौर पर प्रगति के स्वस्थ संकेत है।
अपने प्रयोजन में
द्रढ विश्वास रखने वाला एक सूक्ष्म शरीर भी इतिहास के रुख को बदल सकता है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 51
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 51
शांति का कोई
रास्ता नहीं है, केवल शांति है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 53
जब कोई युवक
विवाह के लिए दहेज की शर्त रखता है तब वह न केवल अपनी शिक्षा और अपने देश को बदनाम
करता है बल्कि स्त्री जाति का भी अपमान करता है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 54
बुराई से असहयोग
करना, मानव का पवित्र कर्तव्य
है।
Mahatma Gandhi Inspirational Thoughts In Hindi - 55
सत्य एक विशाल
वृक्ष है, उसकी ज्यों-ज्यों सेवा की
जाती है, त्यों-त्यों उसमें अनेक
फल आते हुए नजर आते है, उनका अंत ही नहीं
होता।
विश्व के सभी
धर्म, भले ही और चीजों में अंतर
रखते हों, लेकिन सभी इस बात पर एकमत
है कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है।
कोई त्रुटी
तर्क-वितर्क करने से सत्य नहीं बन सकती और ना ही कोई सत्य इसलिए त्रुटी नहीं बन
सकता है क्योंकि कोई उसे देख नहीं रहा।
क्रोध और
असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं।
पूंजी अपने-आप
में बुरी नहीं है, उसके गलत उपयोग
में ही बुराई है। किसी ना किसी रूप में पूंजी की आवश्यकता हमेंशा रहेगी।
एक देश की महानता
और नैतिक प्रगति को इस बात से आँका जा सकता है कि वहाँ जानवरों से कैसा व्यवहार
किया जाता है।