आदर्श मन्त्री Best Hindi Motivational & Inspirational Stories
दोस्तो, आजकल किसि को थोरा सा सफलता क्या मिल गया की वह अपने कर्तव्य को भुल कर अहंकार मे दुब जाता है । लेकिन महान लोग कितना भी सफल क्यू ना हो जाए, पर उनका जिवनशैली आम लोगो की तरह सामान्य ही रहता है । इस कहानी से हमे सिख मिलति है की हमे अपने कर्तवय का पालन हर हाल मे हर समय करते रहना चाहिए ।
एक बहुत दार्शनिक
मन्त्री थे ।
वह राजनिति शास्त्र
, समाजशास्त्र, रसायन शास्त्र, युद्ध
शास्त्र मे निपून
थे । वह
इतना काबिल मन्त्री
होने के वावजुद
भी जंगल मे
एक कुतिया बनाकर
रहते थे ।
उनसे मिल्ने एवम
परामर्श करने के
लिए दुर–दुर
से राजा मन्त्री,
साधु, विद्धान लोग
आते थे ।
अपना जिज्ञासा प्रकट
करते थे, और
बिचार विमर्श होता
था। आदर्श मन्त्री Best Hindi Motivational & Inspirational Stories
एक दिन एक
विदेशी विद्धान उनके कुतिया
मे आ पहुचे
। वह मन्त्री
कोई काम मे
व्यस्त था ।
अतिथि को आते
ही वह तुरन्त
वहा का जल्ता
दिपक बुझा कर
वहा पर दुसरा
दिपक जला दिया
गया । यह
सब देखकर वह
विदेशी अतिथि बडा आश्चर्य
चकित हुवा ।
आखिर उनको इस्का
रहस्य जाने बिना
रहा नही गया
। वह मन्त्री
से अपना प्रश्न
कर दिया – मन्त्री
महोदय “आप पहले
जलता हुवा दिपक
बुझाकर उसी जगह
फिर दुसरा दिपक
जला दिए ।
इसका रहस्य क्या
है मन्त्री
बोले पहले जब
आप यहाँ पर
आ पहुचे थे
उस वक्त मै
राज्य का काम
कर रहा था,
और वह दिपक
और उसका तेल
भी राज्य के दुकुति
से खरिदा गया
था। इसि लिए
आपके आते ही
मेरा राज्यका काम
समाप्त हो गया
इसि लिए वह
दिपक बुझा दिए
। दुसरा जो
दिपक है यह
मेरे निजि परिश्रम
का है ।
आप यहा पर
हमसे मिलने आए
है , इसि लिए
वह दिपक बुझाकर
उसी जगह दुसरा
दिपक जला दिए
।
अगर वह
दिपक जलता रहता
तो राज्य का
दुकुति का दुरुपयोग
होता और मै
अपराधी हो जाते
। और मै
यहाँ पर अपना
कर्तव्य का पालन
किया हु ।आदर्श मन्त्री Best Hindi Motivational & Inspirational Stories
यह बात सुनकर
अतिथि वह मन्त्री
के सामने नतमस्तक
हो गए ।
वह मन्त्री कोइ और
नही थे, वह
आश्चर्य चाण्क्य थे ।
जो अपने ज्ञान,
बुद्धी और दुरदर्सिता के दम
पर सिकन्दर महान
जैसे विश्व विजेता
को भारत से
भाग्ने पर वेवश
कर दिए थे
।
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